आज के इस पोस्ट में हम देखेंगे “वाह रे हमदर्द पाठ का स्वाध्याय” जो की हिंदी का 3 पाठ कक्षा 10 वी । इसी के साथ इस पाठ के संपूर्ण प्रश्नोत्तर बहुत ही आसान भाषा में लिखे गए है। जो की परीक्षा की तैयारी में मददगार होंगे।
तो चलिए शुरू करते है आज का यह नया पोस्ट – वाह रे हमदर्द स्वाध्याय! | Wah Re Hamdard Swadhyay Class 10 Hindi
वाह रे हमदर्द स्वाध्याय | Wah Re Hamdard Swadhyay Class 10 Hindi Lokbharti
वाह रे हमदर्द पाठ का स्वाध्याय
✿ सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए :
प्रश्न १ ] संजाल पूर्ण कीजिए :

उत्तर :-

प्रश्न २ ] अंतर स्पष्ट कीजिए :
प्राइवेट अस्पताल | सार्वजनिक अस्पताल |
---|---|
१. —————— | १. —————— |
प्राइवेट वार्ड | जनरल वार् |
१. —————— | १. —————— |
उत्तर :-
प्राइवेट अस्पताल | सार्वजनिक अस्पताल |
---|---|
प्राइवेट अस्पताल में अच्छी सुविधाएँ होती हैं। | सार्वजनिक अस्पताल में कई बार सुविधाओं का अभाव होता है। |
प्राइवेट वार्ड | जनरल वॉर्ड |
मिलने का कोई निश्चित समय नहीं होता। | मिलने का निश्चित समय होता है। |
प्रश्न ३ ] आकृति में लिखिए :

उत्तर :-

प्रश्न 4 ] कारण लिखिए :
१. लेखक को अधिक गुस्सा अपनी पत्नी पर आया ——————
२. लेखक कहते हैं कि मेरी दूसरी टाँग उस जगह तोड़ना जहाँ कोई परिचित न हो ——————
उत्तर :-
१. आगंतुक को रोते देखकर लेखक की पत्नी ने उसे कोई रिश्तेदार या करीबी मित्र समझकर टैक्सीवाले को किराये के पैसे दे दिए थे।
२. उस जगह लेखक के परिचित होंगे तो लेखक से समय-असमय मिलने आकर तंग करेंगे।
प्रश्न ५ ] शब्दसमूह के लिए एक शब्द लिखिए :
१. वह स्थान जहाँ अनेक प्रकार के पशु-पक्षी रखे जाते हैं – ——————
२. जहाँ मुफ्त में भोजन मिलता है – ——————
उत्तर :-
१. चिड़ियाघर लंगर
२. लंगर (भंडारा)
प्रश्न ६ ] शब्द बनाइए :

उत्तर :-प्रश्न

अभिव्यक्ति
मरीज से मिलने जाते समय कौन-कौन-सी सावधानियाँ बरतनी चाहिए, लिखिए ।
उत्तर :-
प्राय: सभी को कभी-न-कभी मरीजों से मिलने अस्पताल में जाना पड़ता है। मरीज से मिलने जाते समय कुछ सावधानियाँ बरतना अत्यंत आवश्यक है। मरीज से मिलने जाते समय हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारी वजह से उसे कोई कष्ट न पहुँचे। बच्चे चुलबुले होते हैं। इसलिए मरीज के पास बच्चों को नहीं लेकर जाना चाहिए। बीमारी में दवा और पथ्य के साथ मरीज को आराम व अच्छी नींद आवश्यक है।
अत: मरीज के पास ज्यादा देर तक बैठना, जोर-जोर से बोलना, मरीज की बीमारी के बारे में नकारात्मक बातें करना आदि उचित नहीं है। जहाँ तक हो सके, मरीज का उत्साह बढ़ाना चाहिए। अस्पताल में डॉक्टर मरीज को उसकी आवश्यकता के अनुसार दवाएँ देते हैं। इसलिए मरीज से देसी नुस्खे आजमाने की बातें नहीं करनी चाहिए और न ही डॉक्टर की दवा के बारे में रोगी के मन में किसी तरह का भ्रम पैदा करना चाहिए।
भाषा बिंदू
(१) निम्नलिखित वाक्यों में आए हुए संज्ञा शब्दों को रेखांकित करके उनके भेद लिखिए :
१. सोनाबाई अपने चार बच्चों के साथ आई। ……………………..
२. गाय बहुत दूध देती है। ……………………..
३. मैं रोज ईश्वर से प्रार्थना करता हैं। ……………………..
४. सैनिकों की टुकड़ी आगे बढ़ी। ……………………..
५. सोना-चाँदी और भी महँगे होते जा रहे हैं। ……………………..
६. गोवा देख मैं तरंगायित हो उठा। ……………………..
७. युवकों का दल बचाव कार्य में लगा था। ……………………..
८. आपने विदेश में भ्रमण तो कर लिया है। ……………………..
९. इस कहानी में भारतीय समाज का चित्रण मिलता है। ……………………..
१०. सागर का जल खारा होता है। ……………………..
उत्तर :-
१. सोनाबाई – व्यक्तिवाचक , बच्चों – जातिवाचक।
२. गाय – जातिवाचक , दूध – द्रव्यवाचक।
३. ईश्वर – जातिवाचक , प्रार्थना– भाववाचक।
४. सैनिकों – जातिवाचक , टुकड़ी – समूहवाचक।
५. सोना- चाँदी – द्रव्यवाचक।
६. गोवा – व्यक्तिवाचक।
७. युवकों – जातिवाचक , दल – समूहवाचक, कार्य – भाववाचक।
८. विदेश – जातिवाचक , भ्रमण – भाववाचका
९. कहानी – जातिवाचक , समाज – समूहवाचक, चित्रण – भाववाचक।
१०. सागर – जातिवाचक , जल – द्रव्यवाचक।
(२) पाठ में प्रयुक्त किन्हीं पाँच संज्ञाओं को ढूँढ़कर उनका वाक्यों में प्रयोग कीजिए ।
उत्तर :-
- साइकिल – मुझे साइकिल चलाना नहीं आता।
- जोश – कई लोग जोश में होश खो बैठते हैं।
- रेत – आन्या को सागर तट पर रेत का घर बनाना बहुत पसंद है।
- आत्मा – प्रत्येक आत्मा परमात्मा का अंश होती है।
- बंदर – बंदर और बच्चे एक जैसे शरारती होते हैं।
(३) निम्नलिखित वाक्यों के रिक्त स्थानों में उचित सर्वनामों का प्रयोग कीजिए :
१ . …………………….. सार्वजनिक अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में हैं।
२. …………………….. बाजार जाओ।
३. …………………….. कारखाने में एक ही विभाग में काम करते थे।
४. इसे लेकर …………………….. क्या करोगे?
५. हृदय …………………….. है; …………………….. उदार हो।
६. लोग …………………….. कमरा स्वच्छ कर रहे हैं।
७. …………………….. रिसॉर्ट हमने पहले से बुक कर लिया है।
८. इसके बाद …………………….. लोग दिन भर पणजी देखते रहे।
९. …………………….. इसके पहले उसे मना करता।
१०. काम करने के लिए कहा है …………………….. करो।
उत्तर :-
१. वे सार्वजनिक अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में हैं।
२. तुम बाजार जाओ।
३. हम कारखाने में एक ही विभाग में काम करते थे।
४. इसे लेकर तुम क्या करोगे।
५. हृदय वही है; तुम उदार हो।
७. लोग स्वयं कमरा साफ कर रहे हैं।
८. मैं रिसॉर्ट हमने पहले से बुक कर लिया है।
९. इसके बाद हम लोग दिन भर पणजी देखते रहे।
१०. मैं इसके पहले उसे मना करता।
१०. काम करने के लिए कहा है वही करो।
(4) पाठ में प्रयुक्त सर्वनाम ढूँढ़कर उनका स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग कीजिए ।
उत्तर :-
- मैंने — वाक्य : मैंने रेत का घर बनाया।
- तुझे — वाक्य : शिक्षिका ने तुझे बुलाया है, मनन।
- वे — वाक्य : वे मेरे चाचा हैं।
- कोई — वाक्य : बाहर कोई है।
- आप — वाक्य : कल आप कहाँ थे?
- मुझसे — वाक्य : माँ ने गुस्से में कहा, मुझसे बात मत करो।
- उन्होंने — वाक्य : उन्होंने मुझे घर तक पहुँचाया।
- मुझे — वाक्य : मुझे नींद आ रही है।
उपयोजित लेखन
- स्थान
- तिथि और समय
- प्रमुख अतिथि
- समारोह
- अतिथि संदेश
- समापन
उत्तर :-
गांधी जयंती पर गांधी जी का स्मरण
अकोला, 3 अक्तूबर। अकोला के सरदार पटेल विद्यालय में कल 2 अक्तूबर को गांधी जयंती समारोह का आयोजन किया गया। विद्यालय में समारोह सुबह 10 बजे आयोजित किया जाना था। विद्यालय के विद्यार्थी 9 बजे से ही अपने-अपने स्थान पर बैठ गए थे।
विद्यालय के सभी अध्यापक मंच पर खादी का कुर्ता-पाजामा और खादी टोपी पहनकर विराजमान थे। प्रमुख अतिथि के रूप में शहर के वयोवृद्ध गांधीवादी जनार्दन पाटील उपस्थित थे। मंच पर गांधी जी की तस्वीर सुशोभित हो रही थी।
समारोह की शुरुआत ‘वंदे मातरम्’ गीत से हुई। विद्यालय के प्रधानाचार्य राम रतन जोशी ने उपस्थित लोगों का परिचय दिया और देश के लिए गांधी जी के योगदान की चर्चा की।
प्रमुख अतिथि जनार्दन पाटील ने गांधी जी के जीवन की कई घटनाओं के बारे में बताया। उन्होंने गांधी जी के हमेशा सत्य बोलने के आग्रह के बारे में बताया और कहा कि हमें सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए। अपने लाभ के लिए कभी झूठ का सहारा नहीं लेना चाहिए।
विद्यालय के उपमुख्याध्यापक सुधीर देशपांडे ने प्रमुख अतिथि के प्रति आभार व्यक्त किया।
राष्ट्रगान के साथ समारोह का समापन हुआ।
Class 10th Hindi Lokbharti Textbook Solution
- 1 भारत महिमा स्वाध्याय
- 2 लक्ष्मी स्वाध्याय
- 3 वाह रे हमदर्द स्वाध्याय (wah re hamdard swadhyay)
- 4 मन कविता स्वाध्याय
- 5 गोवा जैसा मैंने देखा स्वाध्याय
- 6 गिरिधर नागर स्वाध्याय
- 7 खुला आकाश (पूरक पठन) स्वाध्याय
- 8 गजल कविता स्वाध्याय
- 9 रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय
- 10 ठेस (पूरक पठन) स्वाध्याय
- 11 कृषक गान स्वाध्याय