नमस्कार विद्यार्थी मित्रों! आज के इस पोस्ट में हम पढ़िगे कक्षा 10वीं की हिंदी “रीढ़ की हड्डी पाठ का स्वाध्याय”। इसी के साथ सरल और आसान भाषा में सभी प्रश्नों के उत्तर दिए गए हैं।
तो चलिए शुरू करते हैं आज की यह पोस्ट जिसका नाम है – रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय | Reedh Ki Haddi Swadhyay Class 10 Hindi Lokbharti
रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय | Reedh Ki Haddi Swadhyay Class 10 Hindi Lokbharti
रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय
✿ सूचना के अनुसार कृतियाँ कीजिए : —

उत्तर :-

2 ] कृति पूर्ण कीजिए :
1 )

उत्तर :-

2 )

उत्तर :-

3 ] गोपाल प्रसाद की दृष्टि में बहू ऐसी हो :

उत्तर :-

4 ] कारण लिखिए :
1. बाप-बेटे चौंक उठे —
2. उमा को चश्मा लगा —
3. रामस्वरूप ने हारमोनियम उठाकर लाने को कहा —
4. उमा को गुस्सा आया —
उत्तर :-
1. उन्होंने उमा के चेहरे पर सुनहरी रिमवाला चश्मा देखा।
2. पिछले महीने उमा की आँखें दुखने लगी थीं।
3. रामस्वरूप, गोपाल प्रसाद और शंकर को दिखाना चाहते थे कि उनकी लड़की हारमोनियम बजाना जानती है।
4. गोपाल प्रसाद उमा के चश्मे, उसके गाने-बजाने, पेंटिंग, सिलाई और उसकी पढ़ाई आदि के बारे में एक के बाद एक प्रश्न करते जा रहे थे।
5 ] सूचनानुसार लिखिए :
1. कृदंत बनाइए :
- पढ़ना —
- समझना —
- सीना —
- चाहना —
उत्तर :-
- पढ़ना — पढ़ाकू
- समझना — समझदार
- सीना — सीनेवाला
- चाहना — चाहत।
2. शब्दयुग्म पूर्ण कीजिए :
- पढ़े —
- सभा —
- पेंटिंग —
- सीधा —
उत्तर :-
- पढ़े — पढ़े-लिखे
- सभा —सभा-सोसायटी
- पेंटिंग —पेंटिंग-वेंटिंग
- सीधा —सीधा-सादा।
अभिव्यक्ति
सुनी-पढ़ी अंधविश्वास की किसी घटना मंे निहित आधारहीनता और अवैज्ञानिकता का विश्लेषण करके लिखिए ।
उत्तर :-
मैं बहुत समय के बाद गाँव गया था । मैंने वहाँ पर देखा कि सभी लोग सुनी-पढ़ी अंधविश्वास जैसी बातों पर बहुत विश्वास करते है। वहाँ पर लोग दिनों के हिसाब से कार्य करते है। जैसे मंगलवार को यह कार्य नहीं करना है। इस दिन यह खाना नहीं खाना है। घर की महिलाएं घर बाहर नहीं जा सकती है। गाँव में लड़कियों के लिए अलग नियम बनाए जाते है ।
मैंने उन लोगों को समझाने का प्रयास किया, साधु बाबा के पास जाना, हवन करवाना और आधारहीनता और अवैज्ञानिकता जैसे कार्य करना यह गलत है। यह एक तरह से समय और पैसे की बर्बादी है। यह सब गलत कार्य करने से जीवन नहीं जिया जाता है। जीवन जीने के लिए शिक्षा बहुत जरूरी है। शिक्षित व्यक्ति कभी भी आधारहीनता और अवैज्ञानिकता वाले कार्य नहीं करता। जिन कार्यों का कोई आधार नहीं होता है वह उस कार्यों पर समय बरबाद नहीं करता है।
शिक्षा और बदलाव ही आधारहीनता और अवैज्ञानिकता वाले कार्यों से पीछा छोड़ सकते है। लोगों को समझना होगा इन बातों पर समय बर्बाद करना बहुत गलत है।
भाषा बिंदू
1 ] निम्नलिखित वाक्यों में आए हुए अव्ययों को रेखांकित कीजिए और उनके भेद दिए गए स्थान पर लिखिए :
वाक्य | अव्यय भेद |
---|---|
गाय को घर के सामने खूटे से बाँधा। | _____________________ |
वह उठा और घर चला गया। | _____________________ |
अरे ! गऊशाला यहाँ से दो किलोमीटर दूर है। | _____________________ |
वह भारी कदमों से आगे बढ़ने लगा। | _____________________ |
उन्होंने मुझे धीरे-धीरे हिलाना शुरू किया। | _____________________ |
मुझे लगा कि आज फिर कोई दुर्घटना होगी। | _____________________ |
वाह-वाह ! खूब सोचा आपने ! | _____________________ |
चाची, माँ के पास चली गई। | _____________________ |
उत्तर :-
वाक्य | अव्यय भेद |
---|---|
गाय को घर के सामने खूटे से बाँधा। | संबंधबोधक अव्यय |
वह उठा और घर चला गया। | समुच्चयबोधक अव्यय |
अरे ! गऊशाला यहाँ से दो किलोमीटर दूर है। | विस्मयादिबोधक अव्यय |
वह भारी कदमों से आगे बढ़ने लगा। | क्रियाविशेषण अव्यय |
उन्होंने मुझे धीरे-धीरे हिलाना शुरू किया। | क्रियाविशेषण अव्यय |
मुझे लगा कि आज फिर कोई दुर्घटना होगी। | क्रियाविशेषण अव्यय |
वाह-वाह ! खूब सोचा आपने ! | विस्मयादिबोधक अव्यय |
चाची, माँ के पास चली गई। | संबंधसूचक अव्यय |
२ ] पाठ में प्रयुक्त अव्यय छाँटिए और उनसे वाक्य बनाकर लिखिए :
◆ क्रियाविशेषण अव्यय
1. ———– 2. ———– वाक्य = ———–
उत्तर :-
1. धीरे-धीरे। वाक्य = बूढ़ा व्यक्ति धीरे-धीरे सीढ़ियाँ चढ़ रहा था।
2. ज्यादा। वाक्य = डॉक्टर ने कहा है कि तले हुए भोजन को ज्यादा न खाओ।
◆ संबंधसूचक अव्यय
1. ———– 2. ———– वाक्य = ———–
उत्तर :-
1. के पास। वाक्य = रामु के घर के पास एक बड़ा बगीचा है।
2. के साथ। वाक्य = मैं अपने छोटे भाई के साथ बाज़ार गया था।
◆ समुच्चयबोधक अव्यय
1. ———– 2. ———– वाक्य = ———–
उत्तर :-
1. कि । वाक्य = शिक्षक ने बताया कि मेहनत करने से सफलता मिलती है।
2. और । वाक्य = राम और श्याम हर काम साथ मिलकर करते हैं।
◆ विस्मयादिबोधक अव्यय
1. ———– 2. ———– वाक्य = ———–
उत्तर :-
1. हँ-हँ-हँ! वाक्य = हँ-हँ-हँ! क्या सच में तुमने ऐसा किया?
2. ओह! वाक्य = ओह! तुम्हें चोट लग गई क्या?
3 ] नीचे आकृति में दिए हुए अव्ययों के भेद पहचानकर उनका अर्थपूर्ण स्वतंत्र वाक्यों में प्रयोग कीजिए :

उत्तर :-
(1) हाय! – विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य : हाय! मेरी किताब तो घर पर ही रह गई
(2) काश! – विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य : काश! मैं भी उस यात्रा में जा पाता।
(3) प्रायः – क्रियाविशेषण अव्यय
वाक्य: प्रायः शाम को पार्क में सैर करने जाता है।
(4) बाद – क्रियाविशेषण अव्यय
वाक्य : खाने के बाद दवा लेना मत भूलना।
(5) और – समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य : राहुल पढ़ाई और खेल दोनों में अच्छा है।
(6) बल्कि – समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य : वह रो नहीं रहा था, बल्कि हँस रहा था।
(7) के पास – संबंधबोधक अव्यय
वाक्य : हमारे घर के पास एक बड़ा आम का पेड़ है।
(8) यदि… तो – समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य : यदि तुम मेहनत करोगे तो जरूर सफल हो जाओगे।
(9) इसलिए – समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य : मैं बीमार था, इसलिए स्कूल नहीं जा सका।
(10) वाह! – विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य : वाह! क्या शानदार चित्र बनाया है तुमने!
(11) की तरफ – संबंधबोधक अव्यय
वाक्य : बच्चा धीरे-धीरे माँ की तरफ बढ़ने लगा।
(12) के अलावा – संबंधबोधक अव्यय
वाक्य : पढ़ाई के अलावा वह खेलों में भी अच्छा है।
(13) कारण – क्रियाविशेषण अव्यय
वाक्य : बारिश के कारण मैच रद्द कर दिया गया।
(14) के लिए – संबंधबोधक अव्यय
वाक्य : यह इनाम तुम्हारे अच्छे काम के लिए है।
(15) अच्छा – विस्मयादिबोधक अव्यय
वाक्य : वह एक अच्छा छात्र है।
(16) क्योंकि – समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य : मैं घर पर हूँ क्योंकि आज स्कूल को छुट्टी है।
(17) नहीं… तो – समुच्चयबोधक अव्यय
वाक्य : तुम अभी नहीं पढ़ोगे तो परीक्षा में फेल हो जाओगे।
उपयोजित लेखन
अपने परिसर में विद्यार्थियों के लिए योगसाधना शिविर का आयोजन करने हेतु आयोजक के नाते विज्ञापन तैयार कीजिए।
उत्तर :-

Class 10th Hindi Lokbharti Textbook Solution
- 1 भारत महिमा स्वाध्याय
- 2 लक्ष्मी स्वाध्याय
- 3 वाह रे हमदर्द स्वाध्याय
- 4 मन कविता स्वाध्याय
- 5 गोवा जैसा मैंने देखा स्वाध्याय
- 6 गिरिधर नागर स्वाध्याय
- 7 खुला आकाश (पूरक पठन) स्वाध्याय
- 8 गजल कविता स्वाध्याय
- 9 रीढ़ की हड्डी स्वाध्याय (reedh ki haddi swadhyay)
- 10 ठेस (पूरक पठन) स्वाध्याय
- 11 कृषक गान स्वाध्याय